समाज के उत्थान के लिऐ प्रान्तीय बैरवा प्रगति संस्था एक रजिस्टर्ड सामाजिक संस्था है। जिसकी स्थापना मार्च 2016 में की गई। इस संस्था में बैरवा समाज के व्यक्ति ही सदस्य हैं। नवगठित कार्यकारणी में कुल 14 सक्रिय सदस्य है। संस्था की स्थापना श्री महेश धावनिया सहित 14 सदस्यो के द्वारा की गई। संस्था का प्रधान कार्यालय सी-57 महेश नगर, जयपुर है। संस्था द्वारा अब तक काफी कार्यक्रम समाज हितार्थ में आयोजित किये जा चुके है। जिसमें परिचय सम्मेलन, विचार गोष्ठिया, स्नेह-मिलन समारोह, प्रतिभा सम्मान समारोह, सामुहिक गोठ का आयोजन, सांस्कृतिक सम्मेलन, समाज सेंवको का सम्मान समारोह, सामुहिक विवाह सम्मेलन, युवक युवती परिचय स्मारिका का विमोचन आदि प्रमुख कार्यक्रम है। इसके अलावा कई प्रकार के अन्य कार्यक्रम भी किये जा रहे है। बैरवा परिचय निदेशिका हेतु जयपुर के प्रत्येक वार्ड की जनगणना का कार्य भी किया जा रहा है। जिसमें सेकडों परिवारों के फार्म भरे जा चुके हैं। पिछले, वर्ष 14 मई 2017 व 15 मई 2017 को बैरवा युवक युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन किया गया एवं 31 दिसम्बर 2016 को सांगानेर जयपुर मे बैरवा दिवस समारोह व वर्ष 2016 की परिचय स्मारिका का विमोचन समारोह का आयोजन किया गया। वर्ष 2017 में 20 अगस्त को जयपुर के गार्गी-गार्डन गोपालपुरा बाईपास रोड पर समाज के होनहार बच्चो, जो की कक्षा 10,11,12 में 80% से अधिक अकं वाले छात्र-छात्राओ का राज्य-स्तरीय सम्मान रामारोह का आयोजन किया गया। वर्ष 2017 मे ही सामुहिक गोठ एंव परिचय स्मारिका का विमोचन का आयोजन किया गया। संस्था की वैबसाइट जिसका विमोचन वर्ष 2017 में किया गया। वैबसाइट पर संस्था की सभी गतिविधियो के साथ विवरण भी अपडेट किया जाता रहेगा। संस्था अब तक दो स्मारिका वर्ष 2016-2017 प्रकाशित कर चुकी है। और वर्ष 2018 में बैरवा समाज का तृतीय युवक-युवती परिचय सम्मेलन का आयोजन तय है।
बच्चों व युवाओं के लिए प्रतियोगिताओं का आयोजन करवाना, सांस्कृतिक कार्यक्रम, संगीत, नाटक, वाद-विवाद, परिसंवाद आयोजित करना
समाज में शराब, भांग, चरस, अफीम आदि मादक द्वव्यों के सेवन से होने वाले शारीरिक, मानसिक, आर्थिक खतरो से समाज में जन-जागरण में माध्यम अवगत कराना। नशा छोड़ने वालों को हरसंभव सहयोग सहायता दिलाना।
समाज की विधवा/पीड़ित महिलाओं को शासकीय सुविधाए दिलवाना।
संस्था द्वारा समाज के विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन कर पत्रिका का प्रकाशन करना, सामूहिक विवाह का आयोजन करना व सामाजिक संगठनों का सहयोग करना।
संस्था द्वारा प्रतिभावान छात्र-छात्राओं का सम्मान समारोह का आयोजन करना।
संस्था द्वारा समाज में सामुहिक गोठ का आयोजन करके समाज में व्याप्त कुरीतियों को दुर करने हेतु प्रचार-प्रसार किया