श्री महेश धावनिया एक परिचय

प्रस्तुत पुस्तिका बैरवा युवक-युवती परिचय स्मारिका 2017 के लेखक श्री महेश धावनिया बैरवा समाज के एक आत्मचिंतन मनन के अग्रणी व्यक्तित्व है। आप समाज के बीच रहते हुए विद्वानों का आशीर्वाद प्राप्त कर हमेशा समाज के सजग प्रहरी के रूप में लग्नशील है। भारत वर्ष में आधुनिक आधार शिला मानकर विकसित बैरवा वंश के 111 गोत्रों से धावनिया गोत्र के लेखक श्री महेश धावनिया का जन्म 12.9.1967 ई. में यक्षशाला की बाबड़ी, पुरानी बस्ती, जयपुर में हुआ। आप स्व.श्री कन्हैया लाल की धर्म पत्नी स्व. श्रीमती कानी देवी की कोख से हुआ। आपका लालन -पालन जयपुर की पुरानी बस्ती में ही हुआ। आपकी शिक्षा भी जयपुर में ही हुई। आप वर्तमान में राजस्थान उच्च न्यायालय में कार्यरत है। आप 25 वर्ष की आयु से ही सेवा के साथ कार्य कर रहे हैं। आपने कार्य कुशलता के आधार पर समाज के प्रतिष्ठा सम्पन्न व्यक्तियों के विश्वास को जीता है। आप प्रदेश सहायक महांमत्री अखिल भारतीय बैरवा महासभा- अध्यक्ष, बैरवा नवयुवक मण्डल, पुरानी बस्ती, जयपुर, प्रदेश प्रचार मंत्री-अखिल भारतीय बैरवा महासभा, जिला शाखा जयपुर, सह मंत्री- सार्वजनिक विकास एवं सुधार समिति, पुरानी बस्ती, जयपुर, सुचना एंव प्रसारण मंत्री- बैरवा सामूहिक विवाह समारोह समिति, राजस्थान, संयुक्त मंत्री-नगर बैरवा महासभा,जयपुर, प्रदेश सहायक महामंत्री- प्रदेश उपाध्यक्ष-नागरिक सचेतना समिति, राजस्थान, अध्यक्ष- डाॅ. अम्बेडकर सयुक्त विकास मंच, गुर्जर की थड़ी, जयपुर प्रदेश अध्यक्ष प्रान्तीय बैरवा युवा संस्था राजस्थान आदि पदों पर कार्य कर चुके हैं। आप वर्तमान में प्रान्तीय बैरवा प्रगति संस्था, राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष, अनुसूचित जाति विकास परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष- राजस्थान दलित मुस्लिम एकता मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष एंव संस्थापक- प्रान्तीय बैरवा युवा संस्था, जयपुर, राजस्थान आदि पदों पर कार्य कर रहे है। वर्तमान में आप सी-57, महेश नगर, जयपुर में निवास कर रहे है। आपने अपने निवास स्थान पर ही ‘श्री बाबा मासिक समाचार पत्रिका’ के माध्यम से बैरवा समाज में एक नई जागृति पैदा की है। आपने श्री बाबा मासिक पत्रिका के माध्यम से सैकडों युवक-युवतियों के रिश्ते करवाकर पुनीत कार्य किये है और इसके अतिरिक्त बैरवा समाज के कई सार्वजनिक कार्य एवं पुरस्कार भी प्राप्त किये। आपने सांसारिक व्यवस्थित जीवन में विद्धजनों की महान कृपा व इश्ट मित्रों के सहयोग से समाज हित में कार्य किये, जिसकी मानव समाज हमेशा सराहना करता रहेगा। आपने समाज सार्वजनिक सभाओं में अध्यक्ष पदों को सुशोभित किया। आपने हमेंशा शान्त स्वभाव, मितव्यता, आधुनिकता एवं आदर्शवाद के स्पष्टता से दर्शन होते है। यह प्रस्तुत पुस्तिका समाज से प्रदत्त ज्ञान का भी प्रतीक है। यह बैरवा युवक- युवतियो को एक डोरी में बांधने का पुनीत कार्य करेगी। पुस्तक का निर्माण कार्य में स्व. श्री द्वारका प्रसाद बैरवा, पूर्व सांसद टोंक के सुपुत्र श्री प्रशान्त बैरवा ने विशेष रूप से आर्थिक सहयोग किया गया, जिसके लिए आप यह समाज आपको धन्यवाद ज्ञापित करते हुए आपका आभार प्रकट करते हैं। हमारे द्वारा समाज की त्रुटियों को सुधारने का हर संभव प्रयास किया जा रहा हैं। जिस हेतु आप धन्यवाद के पात्र हैं। धन्यवाद।

आपका

कविराज रामलाल बैरवा

गांव- अजितपुरा, तह,- निवाई

जिला-टोेंक (राजस्थान)